नागपुर : गर्मी के इस मौसम में जरीपटका थाने से कुछ दूरी पर नारा घाट के पास झोपडपट्टी में आग लगने से 11 झोपडियां जलकर खाक हो गईं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटना के दौरान बस्ती के लोगों ने एक मकान के अंदर आग के बीच फंसे दो बच्चों को बाहर निकाला।
आग लगने के बाद 6 गैस सिलेंडरों में विस्फोट होने से आग तेजी से फैल गई। इस झोपड़पट्टी में अधिकांशत: मजदूर वर्ग के लोग रहते हैं। घटना के समय कुछ परिवार मकानों काे ताला बंद कर मजदूरी करने चले गए थे। कुछ लोगों के बच्चे घर में खेल रहे थे। आग में गहने, नकदी, दस्तावेज, कपड़े, अनाज सहित सबकुछ जलकर खाक हो गया। आग बस्ती के अंदर गीता इंगले की झोपड़ी से लगी।
चर्चा है कि झोपड़ी में बिजली से हीटर का उपयोग कर पानी गर्म किया जा रहा था, जिससे आग लग गई। पश्चात आग तेजी से फैली और देखते ही देखते 11 झोपडीया आग ने अपनी चपेट में ले लिया और जलकर खाक हो गईं। घर से मजदूरी करने के लिए निकले मजदूरों को जब उनके घर में आग लगने की जानकारी मिली, तो वह काम छोड़ अपने घर की ओर दौड़ पड़े, लेकिन उनके पहुंचने से पहले वहां पुलिस और दमकल विभाग के कर्मचारी पहुंच चुके थे। इस बस्ती में सैकड़ों झोपड़े हैं।झोपड़पट्टियों तक सड़क होने से जल्द दमकल विभाग ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया।
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