नागपुर : मनीषनगर में घंटों रेलवे क्रासिंग पर खड़े होने से राहत मिलेगी। मेट्रो जल्द ही मुंबई लाइन के नीचे और ऊपर से सड़क बनाने जा रही है। रेल लाइन के नीचे से लगभग 4 महीने में और ऊपर से 8 महीने के भीतर सड़क बनाई जानेवाली है। ऐसे में मनीषनगर निवासियों के लिए रेलवे क्रासिंग पर खड़े रहने की समस्या लगभग खत्म हो जाएगी। यह जानकारी मेट्रो के एमडी बृजेश दीक्षित ने दी है।
बुधवार को मनीषनगर आरयुबी के निर्माणकार्य का जायजा लेने के बाद वह पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि वर्धा रोड पर मनीषनगर क्षेत्र से आनेवालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसका मुख्य कारण रेल लाइन है।
काफी समय पहले से इस समस्या पर हल निकालने का विचार चल रहा है, लेकिन वर्धा रोड से रेल लाइन की दूरी काफी कम होने से यहां से आरओबी या आरयूबी बनने में काफी चुनौती थी। बावजूद इसके तकनीकी तरीके से मेट्रो इस काम को करने में सफल हुआ है। यही नहीं, 90 करोड़ का यह काम मेट्रो 82 करोड़ में ही करेगा, ऐसा विश्वास है।
वर्धा रोड पर डबल डेकर का काम चल रहा है। इसकी लागत राशि 425 करोड़ से अधिक है। यहां सबसे नीचे लोकल ट्रैफिक है। वहीं, ऊपर एनएचआई का हाइवे बन रहा है। इसके ऊपर मेट्रो रेल चल रही है। बीच का हाईवे बनाने की जिम्मेदारी एनएचआई ने मेट्रो को ही दी है। नेशनल हाईवे पर मनीषनगर से पहुंचने के लिए वाहनधारकों के लिए उक्त सब-वे व फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है।
ऐसी बनेगी सड़क
मनीषनगर से फ्लाईओवर बनकर मुंबई लाइन को क्रास कर सीधे वर्धा रोड से वाई शेप में जुड़ेगा। मनीषनगर क्षेत्र से आनेवालों को यदि वर्धा जाना है तो वह वाई के एक तरफ से निकल जाएंगे। वहीं, वर्धा रोड से जिसे मनीषनगर आना है, वह दूसरे वाई के दूसरे हिस्से से आएंगे। इसके अलावा रेल लाइन के नीचे से बननेवाली सब-वे मनीषनगर से आने जानेवालों को लोकल सड़क से मिलाएगा।
रीड-3 का काम एनएचआई की अनुमति के लिए रुका है
मेट्रो के की रीच-3 यानी बर्डी से ऑटोमोटिव चौक का काम फिलहाल एनएचआई की अनुमति के लिए रुका है। श्री दीक्षित ने बताया कि यहां भी वर्धा रोड की तरह फ्लाइओवर बनने जा रहा है। एनएचआई की मंजूरी का इंतजार है।
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