नागपुर : कांग्रेस अनुसूचित जाति माेर्चा के अध्यक्ष डॉ. नितीन राऊत ने इस्तीफा दे दिया है। सोमवार को उन्होंने इस्तीफा पत्र कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजा है। उन्होंने कहा है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की पराजय की जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने इस्तीफा दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं। उनका इस्तीफा वापस लेने के लिए पार्टी नेता मांग कर रहे है। उस मांग के तहत ही कई पदाधिकारियों ने इस्तीफा दिया है। इससे पहले कांग्रेस किसान मोर्चा के अध्यक्ष नाना पटोले ने इस्तीफा दिया था। नितीन राऊत दो दिन से दिल्ली में हैं।
इस्तीफा पत्र में उन्होंने कहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपने स्तर पर पार्टी के लिए काम किया। कांग्रेस ओबीसी सेल के पदाधिकारियों ने भी जनता के बीच काम किया । लेकिन चुनाव परिणाम कांग्रेस के पक्ष में नहीं आए। निश्चित ही संगठन में कहीं कोई कमी रह गई है। व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है। इस्तीफे के बाद राऊत अन्य प्रमुख पदाधिकारियों से भी मिले। दैनिक भास्कर से चर्चा में उन्होंने कहा कि कांग्रेस का प्रत्येक कार्यकर्ता राहुल गांधी के नेतृत्व में ही काम करना चाहता है।
फिलहाल राहुल गांधी के नेतृत्व के अलावा अन्य नेतृत्व के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं। गांधी का संघर्ष देश को बचाने के लिए है। वे किसान आत्महत्या राेकने, युवाओं को रोजगार दिलाने, कर्मचारियों, मजदूरों को न्याय दिलाने के लिए काम कर रहे हैं। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विरोध में उनकी भूमिका देशहित में हैं। देश में समता, बंधुत्व की राजनीति की आवश्यकता है। राहुल गांधी ने सामाजिक न्याय दिलाने का एक तरह से अभियान चलाया है। गरीबी मिटाने के लिए योजनाएं बनवायी। गरीबों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा के अलावा मजदूरों के लिए रोजगार के लिए बकायदा कानून बनवाया। उनके नेतृत्व में ही देश आगे बढ़ेगा।
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