नागपुर : शहर में जारी भीषण गर्मी का असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ने लगा है। लू लगने से अभी तक 192 लोग बीमार हुए हैं। मनपा के अस्पतालों में 5 मरीज भर्ती किए गए हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग लू के मरीज नहीं है। उनमे लू लगने जैसे लक्षण दिखाई दिए हैं। दूसरी तरफ मेयो और मेडिकल में लू के मरीजों के लिए कोल्ड वार्ड बनाए गए हैं, लेकिन अभी तक एक भी मरीज भर्ती नहीं किया गया है। चिकित्सक के अनुसार लू लगने से शरीर का पानी और नमक कम हो जाता है।
गर्मी के चलते पसीना बनकर पानी और नमक शरीर के बाहर उत्सर्जित होने से कमजोरी महसूस होती है। शरीर में शुष्कता बढ़ जाने पर हाथ-पैर में जलन, सिर दर्द, आंखों में जलन, शरीर में अकड़न आदि लक्षण दिखाई देते हैं। शरीर का तापमान बढ़ने से चक्कर आते हैं। समय पर उपचार नहीं मिलने पर मौत का खतरा भी बना रहता है। मरीजों का तत्काल उपचार करने के लिए मनपा के आयसोलेशन अस्पताल, इंदिरा गांधी हॉस्पिटल, शासकीय मेडिकल कॉलेज तथा मेयो अस्पताल में स्वतंत्र कोल्ड वार्ड बनाए गए हैं। वार्ड में तापमान संतुलित रखने के लिए कूलर, पीने का ठंडा पानी, शासकीय मेडिकल अस्पताल तथा मेयो अस्पताल में लू के मरीजों को नहाने के लिए शॉवर आदि सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
हालांकि शासकीय मेडिकल और मेयो अस्पताल में अभी तक एक भी मरीज भर्ती नहीं होने की जानकारी मिली है। 5 मरीज मनपा द्वारा संचालित अस्पतालों में भर्ती हैं, जबकि 187 मरीजों का बाहृय रुग्ण विभाग में उपचार किया गया है। तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंचने पर लू के मरीज उपचार के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं।
और पढिये : सीबीएसई ने जारी किए 12वीं कक्षा के रिजल्ट, श्रेयांशी, तन्मय, ईशिता ने मारी बाजी