आध्यात्मिक गुरु दादा वासवानी का निधन हो गया है। वह 99 साल के थे। अगस्त महीने में वह 100 साल के होने वाले थे। वह पशु अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते थे। वह अब तक 150 से ज्यादा किताबें लिख चुके हैं।
गुरुवार सुबह 9 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। साधु वासवानी मिशन पुणे में स्थित एनजीओ है जिसके दुनिया भर में कई केंद्र हैं।
दादा वासवानी का पूरा नाम जशन पहलराज वासवानी था। उनका जन्म 2 अगस्त 1918 को हैदराबाद में हुआ था। उनके सात भाई-बहन थे। उनकी तीन बहनें और वह चार भाई थे। उनके पिता हैदराबाद में एक स्कूल में टीचर थे।
पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उनके 99वें जन्मदिन समारोह को संबोधित किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दादा के 99वें जन्मदिन पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए शुभकामनाएं दी थीं। इस दौरान मोदी ने बताया कि दादा से उनकी पहली मुलाकात संयुक्त राष्ट्र के विश्व धार्मिक सम्मेलन में 27 साल पहले हुई थी।
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