नागपुर : दो बार ब्रेन ट्यूमर की शिकार होने और उससे उबरने की कहानी डॉ. जयश्री जयंत उपाध्ये ने अपनी दो पुस्तकों में बयां किया है। रविवार को परसिस्टेंट स्थित कवि कुलगुरु कालिदास सभागृह में डॉ. उपाध्ये की पुस्तकों ‘प्राजक्ता’ और ‘मी मझ हरपुन’ का विमोचन डॉ. प्रज्ञा आपटे, सुप्रिया अय्यर और शैलेश पांडे ने किया। पुस्तक प्राजक्ता की विषयवस्तु पर शैलेश पांडे ने प्रकाश डाला। इसमें डॉ. जयश्री ने अपने आसपास के लोगों से मिले सहयोग का जिक्र किया है। मी मझ हरपुन उनकी आत्मकथात्मक उपन्यास है। इसमें उन्होंने बीमारी के दौरान पति से मिले सहयोग का जिक्र किया है। डॉ. उपाध्ये ने बताया कि दोनों किताबों का ऑडियो संस्करण भी तैयार किया गया है। किताबों से होने वाली आय ब्लाइंड रिलीफ एसोसिएशन और सक्षम की ओर से संचालित ई-बुक लाइब्रेरी को प्रदान किया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन रेणुका देशकर ने किया। कार्यक्रम में कई अन्य कैंसर विजेताओं का सम्मान भी किया गया।
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