नागपूर : कर्मचारियों के भविष्य को प्रदान करने के लिए प्रतिष्ठान कर्मचारियों की मजदूरी से एक निश्चित राशि को कर्मचारी भविष्य निधि निर्वाह में जमा करवाता है l नागपुर विभाग में 529 प्रतिष्ठानों द्वारा नियमों का उल्लंघन किया गया है और कर्मचारियों की राशि प्रांतीय निधि में जमा नहीं की गई हैl आश्चर्य की बात यह है कि इसमें अस्पतालों उद्योगों होटल्स मॉल्स इन सब का समावेश नागपुर महानगरपालिका व जिला नगर परिषद में है यह बात की जानकारी सूचना के अधिकार द्वारा प्राप्त हुई हैl
साढ़े सात लाख से ज्यादा खातों पर किसी ने दावा पेश ही नहीं किया है जिन खातों में कुल 350,94,88,283 करोड़ की रकम जमा है वर्ष 2016 में बिना दावों के खातों की संख्या 6,91,283 लाख थी l जिन खातों की रकम 72,21,108
थी l
नागपुर जिला काउंसिल के अध्यक्ष राजेश निंबालकर नई सूचना के अधिकार द्वारा यहजानकारी कर्मचारी भविष्य निर्वाह निधि कार्यालय से प्राप्त की है उन्होंने सवाल पूछा था कि भविष्य निधि के लिए दावों की संख्या कितनी नहीं थी कितनी राशि थी कितने प्रतिष्ठानों ने नियम तोड़ दिए और कितनों पर जांच जारी है l प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार 31 मार्च 2018 तक कर्मचारी भविष्य निर्वाह निधी मैं बिना जमा की गई राशि के खातों की संख्या 529 थी जिसमें 489 प्रतिष्ठानों की जांच भविष्य निधि अधिनियम 1952 की धारा 7 ए के तहत भविष्य निधि कार्यालय के तहत जांच की जा रही है इन प्रतिष्ठानों में नागपुर चंद्रपुर वर्धा और गडचिरोली जैसे प्रतिष्ठानों का समावेश है इसमें ना सिर्फ निजी प्रतिष्ठान बल्कि नगर पालिका नगर परिषद व नगर पंचायत जैसे प्रतिष्ठान शामिल है l
– By Apurva Nayak