नागपूर :- सोमवार की शाम गोंदियां-मुंबई विदर्भ एक्सप्रेस हादसे से बाल-बाल बच गई | कारण था विदर्भ एक्सप्रेस का स्प्रिंग रेल चलते वक्त अचानक टूट गया, जिससे चक्के में बड़ी खराबी आ सकती थी। तकनीकी खराबी की सूचना मिलते ही तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों ने इसकी जांच कर ५० से ज्यादा कर्मचारियों की मदद से ३० मिनटों में स्प्रिंग को बदल दिया जिससे बड़ी अनहोनी होने से रेल बच गई | हालांकि कोच को निकालना फिर जोड़ना इन कारणों से गाड़ी १ घंटा ३९ मिनट तक रूकी रही। जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मरम्मत के बाद शाम ५.१० बजे चलने वाली विदर्भ एक्सप्रेस को शाम ७.५० को रवाना हुई।
जानकारी के अनुसार ट्रेन नंबर १२१०६ गोंदियां-मुंबई विदर्भ एक्सप्रेस रोज की तरह शाम ५ बजे के बाद नागपुर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर आ रही थी। स्टेशन पर गाड़ी प्रवेश करने के पहले आउटर पर गाड़ियों की निचली स्थिति देखी जाती है। एसएसई धर्मकुमार व टेक्नीशियन विनोज चिटमिटवार ने भी ऐसा ही किया। लेकिन इस दौरान उन्हें इंजिन से लगे जनरल कोच ( १७४१७ / सी) का सस्पेंशन टूटा दिखाई दिया। इससे पहले की गाड़ी गंतव्य की ओर रवाना हो, उन्होंने तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद गाड़ी को स्टेशन पर रोका गया। रेल अधिकारी व कर्मचारियों ने तेजी से काम करते हुए पहले कोच को इंजिन से अलग किया। इसके बाद स्प्रिंग बदलने का काम किया, जो महज ३० मिनट में पूरा हुआ। कोच को गाड़ी से जोड़ने के लिए थोड़ा समय लग गया। जिससे ट्रेन डेढ़ घंटे से ज्यादा विलंब से रवाना हुई |
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