नागपुर : नागपुर जिले के काटोल, कलमेश्वर व नरखेड तहसील के 452 गांवों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है। सूखा ग्रस्त स्थिति में पीने का पानी, जानवरों का चारा व गांव में रोजगार के अवसर के संदर्भ में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ऑडिओ ब्रीज के मध्यम से सरपंचों से संवाद स्थापित कर सूखा स्थिति का जायजा लेकर उठाए जानेवाले कदमों पर चर्चा की। सूखा ग्रस्त गांवों में पिने के पानी की व्यवस्था नियमित रखने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए गए। बिजली बिल के कारण जलापूर्ति खंडित न हो, इसलिए महावितरण कंपनी को 89 लाख दिए गए है। नल दुरुस्ती योजना पर काम हो रहा है। फिलहाल इन तहसीलों में एक भी चारा छावणी नहीं है।जिले के 79 हजार 551 किसानों काे 53 करो़ड़ 98 लाख का सूख ग्रस्त अनुदान वितरित करने की जानकारी मुख्यमंत्री फडणवीस द्वारा दी गई।
किसान फसल बीमा योजना के तहत जिले में 46 हजार 695 किसानों का पंजीयन हुआ है। इस मौसम में नुकसान भरपाई के रूप में 9 करोड़ 37 लाख की निधि दी गई जिसमें से 7 करोड़ 22 लाख रुपए 5 हजार 356 पात्र किसानों को दिए गए। प्रधानमंत्री किसान सम्मान येाजना के तहत जिले में 80 हजार 551 किसानों का पंजीयन किया गया है। पात्र किसानों को 2 हजार के हिसाब से पहला हप्ता 4 करोड़ 80 लाख किसानों के खाते में जमा किया गया।
सूखाग्रस्त तहसीलों के सरपंचो के साथ ऑडिओ ब्रीज संवाद में जिलाधिकारी अश्विन मुदगल, प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी अंकुश केदार, उपजिलाधिकारी सुजाता गंधे, निवासी उपजिलाधिकारी रवींद्र खजांजी, उपमुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेंद्र भुयार, जिल्हा कृषि अधीक्षक मिलिंद शेंडे, जलसंपदा, ग्रामीण जलापूर्ति, रोजगार हमी योजना, कृषि, फलोत्पादन, महावितरण आदि विभागांचे वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री फडणवीस ने ग्रामीण जलापूर्ति व रोजगार के सदर्भ में दी गई सूचनाओं का पालन करने के निर्देश दिए।
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