नागपुर: इंजीनियरिंग के बाद कुछ अलग करने की चाह रखने वाले साहिल “ई फनल’ और “स्मार्ट डीजी’ डिवाइस तैयार करने में सफल रहे. ब्रम्हपुरी के रहने वाले साहिल ने नागपुर से इंजीनियरिंग की है. 28 वर्ष की उम्र में साहिल एक कंपनी के मालिक हैं. उन्होंने बताया कि मैंने पहले से ही यह सोच लिया था कि, शहर में रहकर ही काम करना है बाहर से कई ऑफर भी आए लेकिन मैं अपने ही शहर मे रहकर काम करना चाहता था. ताकि मेरे जैसे स्टूडेन्ट को प्रॉपर गाइडेंस मिल सकें और उन्हें आगे बढ़ने में मदद मिलें.
मेरे इस प्रोजेक्ट में बहुत सारे लोगो ने मेरा साथ दिया है. लेकिन सीए अतुल राजवाडकर और सीए प्रणव जोशी ने मेरे प्रोजेक्ट को पूरा करने में मेरी मदद की. साहिल ने पेट्रोल चोरी की समस्या सुलझाने के लिए ई फनल और स्मार्ट डीजी तैयार किया है. उन्होंने डिवाइस बनाने का काम 2015 से शुरू किया और उसे पूरा होकर मार्केट में आने में लगभग 4 वर्ष का समय लगा. कभी फंड की समस्या तो कभी कोई कंपनी खरीदने के लिए तैयार नहीं.
बड़े-बड़े संस्थानों में डीजल जनरेटर लगे होते है वहां पर भी कितनी डीजल की चोरी होती है, उसे भी आप बैठे बैठे पता लगा सकते है. इस डिवाइस में जीपीएस सिस्टम लगा हुआ है साथ ही इसे मोबाइल से भी कनेक्ट किया जा सकता है. मान लीजिए किसी बड़े संस्थान के जनरेटर में अगर फ्यूल 80 लीटर भरना है और किसी ने वो 50 लीटर ही भर रहा हो,और कंपनी के ई फनल और स्मार्ट डीजी लगा रखा है तो उससे पता चल जाएगा कि डीजल कम भरा गया है. इसका बैटरी बेकअप 100 घंटे का होता है. यह सिस्टम डीजल सिस्टम को कंट्रोल करता है. डिवाइस का इंडियन और यूएस दोनो ही पेटेंट करवाया है.
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