नागपुर : सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं कक्षा के प्रश्नपत्रों में बदलाव करने की तैयारी की है। विद्यार्थियों में लेखन क्षमता और रचनात्मकता बढ़ाने के उद्देश्य से सीबीएसई ने दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों को अधिक जगह देने का निर्णय लिया है। दूसरी तरफ लघु उत्तरीय प्रश्नों को कम किया जाएगा। इसी तरह ऑब्जेक्टिव प्रश्नों को अधिक विविध बनाया जाएगा। साथ ही प्रत्येक प्रश्न के अंक भी बढ़ाए जाएंगे। इस बदलाव के बाद प्रश्नपत्र में पूछे जाने वाले प्रश्नों की संख्या में कमी आ सकती है। बता दें कि राज्य शिक्षा मंडल ने भी इस साल हुई बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्र में बड़े बदलाव किए थे, जिसके बाद सीबीएसई भी इसी राह पर चल निकला है। प्रश्नपत्र में बदलाव के बाद सीबीएसई सैंपल पेपर जारी करेगा। सीबीएसई इसे विद्यार्थियों के लिए हितकारी और बेहद छोटा बदलाव बता रहा है। जुलाई माह में सैंपल पेपर जारी किए जा सकते हैं।
सीबीएसई ने बताया कि प्रश्नपत्र के थ्योरी वाले भाग में व्यापक वदलाव करने का विचार किया जा रहा है। मौजूदा वक्त में 10वीं के पेपर में पूछे जाने वाले लघु उत्तरीय प्रश्नों के जवाब अधिकतम 50 से 100 शब्दों में देना पड़ता है। इस पर 60 अंक निर्धारित होते हैं। उनको दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों में बदल कर जवाब की शब्द सीमा 100 शब्दों के करीब रखी जाएगी। सीबीएसई को यकीन है कि इससे विद्यार्थियों के रचनात्मक प्रतिभा को पहचानने में मदद मिलेगी। रचनात्मक जवाब के आधार पर भी विद्यार्थियों को अंक दिए जाएंगे। अभी जो 20 अंकों के ऑब्जेक्टिव सवाल पूछे जाते हैं, इनमें बदलाव करके विविधता लाई जाएगी। कुछ सवालों को मल्टीपल च्वाइस, तो कुछ फिल इन द ब्लैंक्स रहेंगे।
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