नागपुर : उपराजधानी सहित शहर के ग्रामीण बेरोजगार युवाओ को रोजगार पहले दिया जाए, मेट्रो बाद में ऐसी मांग करते हुये आज नागपुर जिला एनएसयूआई की ओर से शहर के जीरो माइल स्थित मेट्रो गैलरी मे विरोध प्रदर्शन किया गया।
एनएसयूआई ने नागपुर मे युवाओं को रोजगार की मांग को लेकर शुक्रवार को जीरो माइल पर मेट्रो का विरोध कर जीरो माइल स्थित मेट्रो गैलरी के नाम पर मेट्रो का कचरा तुरंत हटाने की मांग की है । इस मौके पर एनएसयूआई ने मेट्रो का विरोध करते हुए मेट्रो गैलरी के अंदर चना – मुरमुरा बेचकर आने वाले समय मे नागपुर मैट्रो की उपयोगिता साबित किया। शहर में युवाओं को रोजगार के लिये आज कोई भी ठोस कदम उठाया नहीं जा रहा है। नागपुर में लाखों युवा बेरोजगार है और नागपुर का रोजगार भवन किसी भी युवा को एक भी रोजगार देने मे सक्षम नही है। आज शहर में मेट्रो से ज्यादा जरूरत रोजगार की है, नागपुर में मेट्रो आने वाले १० साल के बाद जरूरत पड़ेगी जब युवाओं को रोजगार रहेगा तो मेट्रो चलेगी अन्यथा ग्रीन बस की तरह मेट्रो भी फेल हो जायेंगी।
शहर में आज रोड मे जगह जगह गड्ढे हैं, एक भी सड़क ठीक नहीं है इसके बाद भी भाजप सरकार मेट्रो पर भारी खर्च कर रही है। एनएसयूआई ने आरोप करते हुवे कहा की, मेट्रो की जरूरत सिर्फ भाजप सरकार को है आम नागरिकों को नहीं। आज युवाओं को रोजगार चाहिये, युवाओ ने सरकार को सवाल पूछते कहा की जरूरत सबसे पहले किस चीज की है मैट्रो की या रोजगार की और सरकारी पैसे को सबसे पहले किस कार्य के लिये उपयोग में लाना चाहिए |
जिस प्रकार भाजप सरकार बेरोजगार युवाओं को चाय पकौड़े बेचने की बात करती है नागपुर में भी मेट्रो सुरु होने पर यही हाल रहेगा युवा बेरोजगार रहेंगे और मेट्रो में चाय पकौड़े ही बेचेंगे | इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष कुनाल राऊत के मार्गदर्शन मे युवाओं को रोजगार की मांग को लेकर व मेट्रो के विरोध में प्रमुखता से महाराष्ट्र प्रदेश युवक कांग्रेस के प्रदेश महासचिव अजीत सिंह, एनएसयूआई उपाध्यक्ष अभिषेक सिंह, प्रणीत जाम्भुले, प्रतीक कोल्हे, निखिल वानखेडे, अक्षय आदमने, चेतन मेश्राम, मुजम्मिल हुसैन, रवि कुमार, मेहुल सिंह, निशांत सोमकुवर, कुणाल झोड़ापे, शुभम सिंह, आदित्य सेंड आदि ने आंदोलन भाग लिया |