नागपूर : पर्यावरण में लाभकारी इथेनॉल पर चलने वाली वातानुकूलित ग्रीन बस से घाटा होने के कारण कंपनी ने इस बस को बंद कर दिया l जिसके कारण महानगरपालिका की इलेक्ट्रिक बस शहर में दौड़ने के लिए तैयार हो रही है l प्रयोग के लिए दो इलेक्ट्रिक बस दिवाली के बाद शहर में दाखिल होने वाली है l इस बस को कैसा प्रतिसाद मिलेगा इसी पर इसका भविष्य निर्भर है l
इथेनॉल द्वारा चलित बस यह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बहुत ही महत्वकांक्षी प्रकल्प है l उन्हीं के प्रयासों से देश में पहली बार योजना नागपुर में शुरू हुई l जिसके बाद अनेक राज्यों में यह बस सेवा शुरू हुई l
स्कैनिया कंपनी के माध्यम से यह बस का संचालन किया जा रहा था शुरुआत में इस बस को काफी अच्छा प्रतिसाद मिला पर महंगी टिकट दरों के कारण यात्रियों ने इस बस में यात्रा करना बंद कर दिया जिसके कारण महानगर पालिका ने यह बस बंद कर दी l स्कैनिया कंपनी के 9 करोड़ रुपए की राशि अभी महानगरपालिका पर बकाया है l बार बार अनुरोध करने के बाद भी राशि का भुगतान करने में विफल होने के कारण कंपनी में बससेवा बंद कर दी l
इसी बीच इस सेवा को फिर से शुरू करने के लिए दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की उपस्थिति में स्कैनिया कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक की l जिस कारण वाड़ी में 6 एकड़ व खापरी में 9 एकड़ जमीन बस अड्डे के लिए देने के बात महानगर पालिका ने बताई है l हालांकि कंपनी ने भुगतान की मांग को स्वीकार नहीं किया और अनुमोदन की कमी के कारण सेवा फिर से शुरू नहीं की जा सकी l नागपुर में 24 ग्रीन बस हिंगना परिसर में धूल खाती हुई देखी जा सकती है l महानगर पालिका ने स्कैनिया कंपनी को बस वापस करने का फैसला किया है l
ग्रीन बस के उपयोग के बाद महानगर पालिका दिवाली के बाद बिजली से चलने वाली बसें शुरू करेंगी l हाल ही में परिवहन विभाग और अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई थी l शहर में 2 इलेक्ट्रिक बसे पहुंचेगी और प्रयोगात्मक आधार पर कुछ दिनों तक चलेगी l
महानगर पालिका की परिवहन समिति के सभापति बंटी कुकड़े ने कहा कि ग्रीन बस शुरू करने के लिए अभी चर्चा जारी है l जिसके परिणाम स्वरूप कोई सकारात्मक निर्णय हुआ नहीं है जिसके कारण कंपनी को बसें वापस की जा रही है lदिवाली के बाद दो इलेक्ट्रिक बस शुरू करने की योजना नगर पालिका द्वारा की गई है l
-By Apurva Nayak
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