नागपुर : शहर के महाराजबाग चिड़ियाघर में बीमार तेंदुए की शनिवार की सुबह मौत हो गई। वह १४ साल का था, इस तेंदुए को कुछ वर्ष पहले वन विभाग ने नागपुर के महाराजबाग में प्राणि संग्रहालय में लाया गया था |
चंद्रपुर जिले के अंतर्गत आनेवाले मौजा-संराडी के ढा़बा जंगल से इस तेंदुए को वन विभाग द्वारा महाराज बाग में लाया गया था। महाराजाबाग प्राणि संग्रहालय में कुल ६ तेंदुए थे, किन्तु अब मात्र ५ तेंदुए पिंजरे में बंद हैं। उसमें से एक तेंदुआ १८ जनवरी से बीमार चल रहा था, और वह इलाज के दौरान स्लाईन पर था। शुक्रवार रात तेंदुए का स्वास्थ अचानक बिगड़ गया ।
उल्लेखनीय है, कि गत दिनोंसे तेंदुआ बैक्टीरिया के संक्रमण से प्रभावित था। इसलिए उसका क्रिएटिनिन लेवल बढ़ गया था। जिसके बाद शनिवार को तेंदुए को सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। मृत तेंदुए का पोस्टमार्टम कर महाराजबाग प्राणि संग्राहालय के परिसर में पंच एवं वेटनरी डाक्टर के समक्ष अग्नि दी गई। डॉ. प्रशांत सोनकुसरे, डॉ.सुनील बावस्कर, डाॅ. अभिजीत मोघरे ने तेंदुए को बचाने की पूरी कोशिश की। हालांकि, तेंदुए ने बीमारी से लड़ने की कोशिश की लेकिन आखिरकार शनिवार को बीमार तेंदुए को सुबह ६.३० मृत करार कर दिया गया। महाराजबाग संग्राहालय के प्रभारी डॉ. सुनील बावस्कर, डाॅ. प्रशांत सोनकुसरे, डॉ.अभिजीत मोठघरे के मार्गदर्शन में मृत तेंदुए को महाराजबाग संग्राहालय परिसर में अग्नि देकर अंतिम बिदाई दी गई।