नई दिल्ली : टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली बीसीसीआइ के नए बॉस बन सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक गांगुली बीसीसीआइ के अगले अध्यक्ष बन सकते हैं और उनके बीसीसीआइ प्रसिडेंट बनने का रास्ता भी साफ हो गया है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने लोढ़ा समिति की कुछ सिफारिशों को अलग करके और कुछ बदलावों के साथ नए संविधान को मंजूरी दी थी, उस वजह से गांगुली के अध्यक्ष बनने का रास्ता साफ हो गया है।
सौरव गांगुली मौजूदा समय में बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (कैब) के अध्यक्ष हैं और अगर वो वहां पर अपने पद से इस्तीफा दे देते हैं तो बीसीसीआइ के अध्यक्ष पद के लिए योग्य हो जाएंगे। बीसीसीआइ के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि सौरव गांगुली इस पद के लिए एकदम योग्य हैं और वो सभी पैमानों पर खरे उतरते हैं।
हालांकि सौरव गांगुली अगर बीसीसीआइ अध्यक्ष के पद पर विराजमान होते हैं, तो उन्हें दो साल के बाद ही इस पद को छोड़ना होगा। क्योंकि नए नियमों के मुताबिक कोई भी व्यक्ति बीसीसीआइ में लगातार छह साल तक ही किसी प्रशासनिक पद पर रह सकता है। वहीं सूत्रों के अनुसार ये खबर भी है कि गांगुली तभी अध्यक्ष का चुनाव लड़ेंगे जब उनके खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं खड़ा होगा।
इससे पहले इस साल की शुरुआत में सौरव गांगुली ने एक इंटरव्यू में कहा था कि एक खिलाड़ी बेहतरीन प्रशासक साबित हो सकता है लेकिन ये निर्भर करता है कि वो कितना समय दे पाता है। इसके अलावा एक प्रशासक के तौर पर आप क्या करने वाले हैं ये भी काफी अहम हो जाता है। गांगुली ने कहा था कि जो खिलाड़ी नहीं हैं वो भी अच्छे प्रशासक साबित हो सकते हैं लेकिन मुझे लगता है कि दोनों में संतुलन होना चाहिए। दोनों के लिए सिस्टम में जगह है और ये बहुत ही जरुरी है।
कोर्ट के आदेश के बाद जस्टिस लोढ़ा कमेटी की वह सिफारिश लागू हो गई है जिसमें कहा गया है कि बोर्ड अध्यक्ष बनने के लिए दो एजीएम में शामिल होने की बाध्यता नहीं है। इसका मतलब यह हुआ कि कोई भी नया चेहरा बिना किसी अनुभव के बोर्ड अध्यक्ष पद संभाल सकेगा।
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