नागपुर : महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे दीपावली के पूर्व विदर्भ का दौरा आरंभ करेंगे। बता दे ठाकरे विदर्भ में सियासी जमीन तलाशने में जुटे हैं, इसलिए वे पश्चिम विदर्भ में करीब 9 दिनों तक विदर्भ दौरे पर रहेंगे। इस दौरान पर्यटन क्षेत्र में भी राज समय बिताएंगे। आपको बता दें कि विदर्भ में मनसे की संगठनात्मक स्थिति मजबूत नहीं है। ठाकरे संगठन को मजबूत करने के साथ ही चुनावी राजनीति पर फोकस करेंगे, इसके लिए वे युवा शक्ति को पार्टी से जोड़ेंगे। मनसे के विदर्भ प्रमुख हेमंत गडकरी के मुताबिक चुनावी तैयारी के मद्देनजर पार्टी प्रमुख का दौरा महत्वपूर्ण है। एक मई यानी महाराष्ट्र दिन से ठाकरे प्रदेश दौरे पर निकले हैं। उन्होंने अपना दौरा नए जिले पालघर से दौरा शुरु किया था। कोंकण, उत्तर महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और पश्चिम महाराष्ट्र के बाद वे विदर्भ दौरे पर आ रहे हैं। वे १७ अक्टूबर को ट्रेन से अमरावती पहुंचेंगे। अंबा फेस्टिवल में शामिल होंगे, इसके बाद चिखलधरा, काेलकास पर्यटन क्षेत्र का भ्रमण करेंगे। बुलढाणा में लोणार सरोवर भी जाएंगे। पश्चिम विदर्भ के यवतमाल, वाशिम, अकोला सहित बुलढाणा का दौरा करेंगे। पहले चरण में १७ से २५ अक्टूबर तक दौरा निर्धारित किया जा रहा है। दूसरे चरण में नागपुर, भंडारा, वर्धा, चंद्रपुर, गोंदिया और गडचिरोली दौरा करेंगे |
मार्च २०१३ में विधानसभा चुनाव की तैयारी के तहत वे पूर्व विदर्भ के दौरे पर आए थे। ४ दिन के दौरेे में उन्होंने चंद्रपुर, गडचिरोली व वर्धा जिले में कार्यकर्ताआें से संपर्क किया था। उस दौरे में राज ठाकरे के साथ उनकी पत्नी शर्मिला व पुत्र अमित भी था। अचानक तबियत खराब होने से उन्हें लौटना पड़ा। ठाकरे ने विदर्भ में बाघ संरक्षण की सराहना की है। उन्होंने कहा था कि बाघ को बचाना सबकी जिम्मेदारी है। बाघ का शिकार करनेवाले शिकारियों को जो अधिकारी गोली मारेगा उसे मनसे की ओर से ५ लाख रुपए का इनाम देने की बात भी कही गई थी।
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