महानगरपालिका, जिल्हा परिषद की स्कूल बनी कचराघर

Date:

नागपूर : शिक्षक कहते हैं कि स्कूल परिसर कक्षा को साफ रखा जाना चाहिए , लेकिन वास्तव में, शहर के कुछ हिस्सों में महानगरपालिका व जिल्हा परिषद की स्कूले खुद कचराघर बन चुकी है l कचरा इन विद्यालयों के चारों ओर फैल रहा है और जिसके विपरीत परिणाम छात्रों के स्वास्थ्य पर हो रहा है।

अधिकांश छात्रों को नगरपालिका स्कूल में प्रवेश लेना चाहिए और यह सुनिश्चित करने के लिए कोई विशेष प्रयास नहीं किया जा रहा है कि कोई भी शिक्षा से वंचित नहीं है, लेकिन हकीकत में, नगर पालिका और कुछ जिल्हा परिषद स्कूलों की स्थिति बहुत खराब है। स्वच्छता अभियान के अंतर्गत शिक्षा विभाग दो साल पहले, स्कूल परिसर की सफाई के बाद, उस समय शहर के कुछ चयनित स्कूल साफ किए गए थे। जिसके बाद इन स्कूलों पर किसी ने ध्यान ही नहीं दिया गया |नगर निगम के कई स्कूल शहर के विभिन्न हिस्सों में मार्च करते समय खराब हो गए थे, जबकि कुछ स्कूलों में जाने वाली सड़क में मिट्टी दिखाई दे रही थी  वाठोडा, पारडी, भांडेवाडी, जागनाथ बुधवारी, टेका नाका, कलमना, वर्धमाननगर, नंदनवन, डिप्टी सिग्नल, मंगलवारी, इंदिरानगर, दत्तात्रयनगर, बीडपेठ, मानेवाडा, पारडी, वैष्णवदेवीनगर जैसे इलाकों के पास नगर इन बाहरी सड़कों को आसपास के नगरपालिका स्कूलों में कचरा और मवेशी शेड बनाने के लिए तैयार किये गए है। मंगलवारी और मोमिनपुरा में एरिया में महानगर पालिका की उर्दू माध्यमिक शालाएं शुरू है l चूंकि इस विद्यालय के किनारे खुली जगह है, जहां पर अब लोगों ने कचरा करना शुरू कर दिया है। इस परिसर में रहने वाले नागरिको ने इस संबंध में जोन कार्यालय से शिकायत की। केवल आठ दिन कचरा न उठाने के कारण इससे बच्चों के स्वास्थ्य पर असर पड़ा है। जिसके बाद कोई भी स्वच्छता कर्मचारी स्कूल के पास नहीं आया l कलमना बाजार के पास नगर पालिका और जिला परिषद का एक स्कूल है, और स्कूल के बगल में ठेले खड़े रहते हैं। जिसके बगल में ही कचरा डालने के लिए कूड़ेदान लगाए गए है जिससे कचरा गिरने के बाद स्कूल परिसर में आता है l

पिछले कई सालों से महानगरपालिका की स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या में कमी हुई है l स्थानीय नागरिकों ने कहा कि “अस्वच्छता व स्कूल की जर्जर हालत के कारण स्कूल में छात्रों की संख्या में कमी हुई है” l

महानगरपालिका की शिक्षणाधिकारी संध्या मेडपल्लीवार ने कहा कि ” परिसर की साफ़ सफाई की जिम्मेदारी वहां काम करने वाले सफाई कर्मचारियों की है | हर इलाके के नगरसेवक को यह करना चाहिये l पड़ोस के लोग स्कूल के चारों ओर कचरा डाल रहे हैं। इससे बचा जाना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग के साथ, स्कूल जाने से सफाई के बारे में जागरूकता पैदा होगी”। हालांकि स्वच्छता को लेकर कोई भी गंभीर नहीं है यह बात इससे साफ़ जाहिर होती है l

-By Apurva Nayak

और पडे : ग्रीन बस वापस जाएंगी इलेक्ट्रिक बस आएंगी

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

Why IT companies in Pune Hinjewadi Continues to Attract IT Companies?

Hinjewadi is the western district of Pune which has...

New IT Companies in Pune Hinjewadi: Pune’s Growing Tech Hub

Hinjewadi is the western district of Pune which has...

Happy Children’s Day 2024: Celebrate the Future, Honor the Present

  Happy Children's Day 2024: Celebrate the Future, Honor the...

SMHRC Opens Doors to Specialized Outborn Neonatal Care for Newborns in Need

SMHRC Launches Dedicated Outborn NICU Offering 24/7 Specialized Care...