केरल: केरल में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है. बाढ़ से केरल के कई इलाकों में हाहाकार है. कई दशकों बाद आई इस बाढ़ की विभीषिका ने अपना विकराल रूप दिखाया है, जिसमें अब तक 324 लोगों की मौत हो गई है. प्रधानमंत्री मोदी ने बाढ़ से तबाह केरल के लिए 500 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है. इससे पहले आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोच्चि में अधिकारियोें के साथ बैठक कर स्थिति का जायजा लिाय और फिर केरल के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा किया. पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से बाढ़ से मरने वालों के परिजनों को दो लाख के मुआवजे का ऐलान किया. वहीं, गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये के मुआवजे की घोषणा की गई.
The Prime Minister is reviewing the flood situation in Kerala at a high-level meeting. @CMOKerala pic.twitter.com/3VNq0ehSry
— PMO India (@PMOIndia) August 18, 2018
बताया जा रहा है कि करीब तीन लाख से ज़्यादा लोग राहत शिविरों में शरण लिए हैं. राज्य के 14 में से 12 ज़िलों में रेड अलर्ट है. बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के लिए पीएम मोदी भी पहुंच चुके हैं. शुक्रवार की देर शाम अटल बिहारी वाजपेयी जी की अंत्येष्टि के बाद पीएम मोदी केरल के लिए रवाना हुए. आज वह सुबह करीब पौने आठ बजे तिरुवनंतपुरम से कोच्चि के लिए रवाना हुए.
मौसम विभाग ने आज भी बारिश के आसार जताए हैं, जिससे हालात और बिगड़ने के आसार हैं. इडुक्की और एर्नाकुलम राज्य के बाक़ी हिस्सों से पूरी तरह कट गए हैं. पानी भरने की वजह से कोच्चि एयरपोर्ट को 26 अगस्त तक बंद कर दिया गया है. हज़ारों किलोमीटर सड़कें बह गई हैं. 80 बांधों को खोल दिया गया है. हालंकि, सेना, एयरफ़ोर्स, नेवी, एनडीआरएफ़ की टीमें युद्धस्तर पर राहत और बचाव का अभियान चला रही हैं..
एयरफ़ोर्स के 22 एयरक्राफ़्ट रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हैं. वहीं, सेना बोट के ज़रिए लोगों को निकाल रही है. NDRF की 39 टीमें पहले से ही राहत-बचाव में जुटी हैं. 14 और टीमों को भेजा जा रहा है. कोस्टगार्ड के तीन जहाज़ भी ऑपरेशन में जुटे हैं. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीती रात केरल पहुंचे. आज वो प्रभावित इलाक़ों का हवाई दौरा करेंगे.
इस बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने भी ट्वीट कर लोगों से बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए मदद की अपील की है. बताया जा रहा है कि करीब सौ वर्षों में केरल सबसे भयावह बाढ़ को झेल रहा है. मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए डोनेशन की भी अपील की है. मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में कोई भी मदद कर सकता है, इसके लिए अकाउंट नंबर भी जारी किये गये हैं.
सीएम विजयन ने रक्षा मंत्री निर्माला सीतारमण से भी बात की और बताया कि हालात लगातार ‘गंभीर’ होते जा रहे हैं. 50,000 से अधिक परिवारों से 2.23 लाख लोग राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं. कुछ जगहों पर बारिश थोड़ी थमी है, लेकिन पथनमथिट्टा, अलपुझा, एर्नाकुलम और त्रिशूर जिले अब भी मानसूनी संकट से जूझ रहे हैं.