नई दिल्ली: गूगल प्ले स्टोर पर लाखों की तादात में ऐसे एप्स हैं, जो न सिर्फ आपके फोन के लिए खरतनाक हैं, बल्कि ये आपकी निजी जानकारी को भी लीक कर सकते हैं। गूगल की ओर से किए जाने वाले सर्वश्रेष्ठ प्रयासों के बावजूद मैलेशियस एप्स अक्सर चुपके से फोन में जगह बना लेते हैं।
हाल ही में रिसर्च फर्म ESET ने चेतावनी दी है कि फर्जी बैंकिंग एप्स का ग्रुप भारत में गूगल प्ले स्टोर में अपनी जगह बना चुका है। वहीं, IBM X-Force मोबाइल मैलवेयर के शोधकर्ताओं ने भी प्ले स्टोर पर बैंकिंग मैलवेयर को देखा है।
पिछले साल गूगल ने कहा था कि उसने साल 2017 में प्ले स्टोर से सात लाख मैलवेयर एप्स हटा दिए थे। पिछले साल भी सिमेंटेक, ESET और चेक प्वाइंट जैसी फर्म्स के शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी थी कि गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद एप्स में हिडन मैलवेयर हैं।
हालांकि, इनमें से कुछ यूटिलिटी ऐप्स में छिपे होते हैं। वहीं, अन्य गेम्स, एजुकेशन या क्रिप्टोकरेंसी होने का दावा करते हैं, लेकिन उनमें भी मैलवेयर होते हैं। यूजर्स को धोखा देने के लिए हैकर्स आमतौर पर होम स्क्रीन से अपने आइकन्स को छुपाते हैं। इन ऐप्स में से कई ऐप्स लॉन्च होने के बाद प्ले स्टोर पर किसी अन्य मैलेशियस ऐप पर विक्टिम को री-डायरेक्ट कर देते हैं।
इस साल भी गूगल की नजर ऐसे ही एप्स पर है। मगर, यह यूजर की भी जिम्मेदारी है कि वह सही और वैरीफाइड एप्स को ही डाउनलोड करे। थर्ड पार्टी एप्स को डाउनलोड करने में सावधानी रखने की जरूरत है।