नागपुर : नागपुर प्रकृति, वन्यजीव और वन के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने पेंच टाइगर फाउंडेशन की ओर से आयोजित निर्सगानुभव शिविर में अब तक कुल 600 बच्चों ने प्रकृति संरक्षण का महत्व सीखा। कार्यक्रम के लिए पेंच के बफर जोन में स्थित गांवों के 12 से 18 वर्ष के आयुवर्ग के बच्चों का चयन किया गया था। इस उम्र में बच्चों के मन मस्तिष्क को वन व वन्यजीवों के प्रति लगाव और सकारात्मकता की ओर आसानी से जोड़ा जा सकता है। सतपुड़ा फाउंडेशन कार्यक्रम में शिक्षा सहयोगी के रूप में जुड़ा है।
विविध गतिविधियों से सीख शिविर में भाग लेने वाले बच्चों को जंगल सफारी, नेचर गेम्स, मूवी, प्रतियोगिताओं, व्याख्यानों और प्रस्तुतियों की मदद से समझाया जाता है कि स्थानीय वनस्पतियों और जीवों का संरक्षण और वन की रक्षा क्यों जरूरी है। कुल 15 शिविरों का आयोजन अब तक कुल 15 शिविरों का आयोजन हो चुका है और हर शिविर में चालीस बच्चों ने भाग लिया। प्रकृति में रुझान दिखाने वाले छात्रों का चयन दूसरे चरण के लिए किया गया है।