नागपुर :- अगर इंसान ठान ले तो किसी भी उम्र और समय पढ़ सकता है | इस बात को सच कर दिखाया नागपुर शहर की प्रथम नागरिक महापौर नंदाताई जिचकार ने | नंदा ताई इतनी व्यस्त भरी जिन्दगी में साइकोलॉजी में एम.ए. कर रही हैं। पूरे दिन सार्वजनिक काम और मीटिंग्स के साथ शहर की गतिविधियों में हिस्सा लेने के बावजूद इस जज्बे को मंजिल तक ले जाने की ठानी है नंदा ताई ने | उन्होंने कहा-शुरू से ही साइकोलॉजी विषय आकर्षित करता रहा है। मन में हमेशा से ही ये था कि वक्त मिलने पर इस विषय को जरूर पढूंगी। इग्नू के साथ शुरुआत की है, और ये यह एक अच्छी शुरुआत है। मै रविवार को क्लास अटैंड करती हूं और प्रोजेक्ट वर्क भी पूरा करती हूं। महापौर नंदा ताई ने बताया कि वे जो भी ठान लेती हैं उसे पूरा जरूर करती हैं। ख़ास बात यह है की इससे पूर्व भी वे एम.एससी व बीएड कर चुकी हैं।
अक्सर हम ये बोलते हैं कि जॉब है या घर पर बिजी हैं तो पढ़ाई करने का समय नहीं हैं। लेकिन महापौर नंदाताई को रोज कई कार्य होते हैं और वे सभी कार्यों को समय पर पूरा भी करती हैं। ऐसा करके शहर की प्रथम नागरिक ने संदेश दिया है कि लोग उन्हें मिसाल मान कर स्वयं को भी पढ़ाई के लिए प्रेरित करें। महापौर नंदा जिचकार कहती हैं कि मुझे नई बातें और नया ज्ञान लेने में गर्व महसूस होता है। वैसे तो आजकल गूगल पर सभी तरह की जानकारी मिल जाती है, किन्तु इंटरनेट सीमित जानकारी देता है। मुझे व्यापक ज्ञान लेने की इच्छा थी तो ये डिग्री कर रही हूं। जब भी मौका मिलता है मैं थोड़ा पढ़ाई कर लेती हूं। सोशल मीडिया पर टाइम वेस्ट करने से अच्छा है कि अपने रूचि के विषय को पढ़ लिया जाए कुछ ज्ञान हासिल कर लिया जाए। वे महापौर के पद पर इतनी व्यस्त हैं, उसके बाद प्रोजेक्ट वर्क पूरा करती हैं, क्लासेस अटैंड करती हैं। वे एम.ए.साइकोलॉजी कर रही हैं। संडे को प्रैैक्टिकल व प्रोजेक्ट वर्क, वायवा पूरा करती हैं। ये दो वर्षीय कोर्स है। महापौर नंदा ताई जिचकार सभी के लिए मिसाल और शहरवासियों के लिए एक प्ररेणा हैं।
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