नागपुर :- शहर में डामर के रास्ते पूरी तरह खराब हो चुके हैं। एयरपोर्ट से लेकर आटोमोटिव चौक और हिंगना नाका से लेकर पारडी-कलमना तक सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे दिखाई दे रहे हैं। मेट्रो रेल प्रोजेक्ट और सीमेंट सड़कों का व्यापक स्तर पर काम शुरू है। यातायात की समस्या जगह-जगह बनी है। इस समस्या से लोग रोज दो-चार हो रहे थे कि अब शहर भर में गड्ढों ने वाहन चालकों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। खासकर दो-पहिया वाहन चालकों के लिए यह सर्कस से कम नहीं है। पारडी रोड पर रास्तो पर कीचड़ – ही कीचड़ जमा हुवा है जिससे परिवार को दुपहिया वाहन पर ले जाते समय जान हथेली पर लेकर चलना पड़ता है। पता नहीं किस समय हादसा हो जाए, जिससे जान को हमेशा खतरा बना हुवा है । कीचड़भरी सडको के कारण हादसे आए दिन हो भी रहे हैं।
शहर की सड़कों पर वाहनों का भिड़ना या वाहन से फिसला और गिरना अब आम बात हो गई है। गंभीर मामले भी सामने आए हैं। विविध स्थानों पर 7 लोगों की मौत होने का दावा किया गया है। धूल के कणों से अनेक लोगों की आंखों को नुकसान पहुंचा है। इससे गुस्साए नागरिक अब अलग-अलग तरीका अपनाकर रोष व्यक्त कर रहे हैं। शहर की इस दशा के लिए उन्होंने सत्ताधारी भाजपा को जिम्मेदार बताते हुए नागपुर का नक्शा बिगाड़ने का आरोप लगाया है।
और पडो : जिले के 300 सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे छात्र बिना बिजली के