प्रधानमंत्री उज्जवला योजना (Pradhan Mantri Ujjwala Yojana-PMUY) के तहत आप भी मुफ्त में गैस कनेक्शन ले सकते हैं. हालांकि इसका लाभ उठाने के लिए आपको 30 सितंबर से पहले उज्जवला योजना (Ujjwala Yojana) की वेबसाइट Pmujjwalayojana.com पर जाकर मुफ्त गैस कनेक्शन के लिए जरूरी जानकारी देनी होगी. आप भी अंतिम डेट का इंतजार न करें और इस योजना का लाभ उठा लें.
आपको बता दें कि पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सहयोग से यह योजना चलाई जा रही है जो खासतौर पर गरीब महिलाओं के लिए है. यही नहीं इस योजना का उद्देश्य गरीब परिवारों को मुफ्त में गैस सिलेंडर कनेक्शन देना है. लेकिन, अब इस योजना के लिए केवल 2 दिन का समय बचा है. इस सरकारी योजना में रजिस्ट्रेशन कराना भी काफी आसान है.
बता दें कि कोरोना संक्रमण की वजह से पहले ही केंद्र सरकार ने पीएम उज्जवला योजना (PM Ujjwala Yojana) की तारीख को अप्रैल से सितंबर तक बढ़ा दिया था. अब अगर आपने अभी तक इस योजना का लाभ नहीं उठाया है तो जल्द से जल्द इसके लिए अप्लाई कर लें. Also Read – PM Ujjwala Yojana : मुफ्त में गैस सिलेंडर कनेक्शन चाहिए, मात्र नौ दिन बचे हैं, ऐसे करें अप्लाई
इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना बहुत ही आसान है. आइए आपको बताते हैं कि आप कैसे फ्री में LPG गैस सिलेंडर का लाभ उठा सकते हैं. आवेदन करने वाले को सबसे पहले Pradhan Mantri Ujjwala Yojana की आधिकारिक वेबसाइट pmujjwalayojana.com पर जाना होगा.
अब ऐसे करें अप्लाई
-pmujjwalayojana.com वेबसाइट पर क्लिक करते ही सामने एक होम पेज खुल जाएगा. यहां डाउनलोड फॉर्म पर जाकर क्लिक करें.
-इसके बाद प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना फॉर्म आ जाएगा.
– फॉर्म डाउनलोड कर लें.
–फॉर्म में मांगी जा रही सभी जानकारी भर दें और घर के पास वाले एलपीजी केंद्र में जमा करा दें.
-इसके साथ ही सभी डॉक्यूमेंट भी दें दें.
-अब डॉक्यूमेंट वेरिफाई होने के बाद आपको एलपीजी गैस कनेक्शन सरकार की ओर से उपलब्ध करा दिया जाएगा.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने PMUY, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना को 1 मई 2016 को शुरू किया था. इसके तहत बीपीएल परिवारों के लिए घरेलू रसोई गैस कनेक्शन दिया जा रहा है ताकि उन्हें भी चूल्हे की धुएं भरी जिंदगी से मुक्ति मिल सके. पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा 2011 की जनगणना में जो बीपीएल परिवार हैं उन्हें उज्ज्वला स्कीम का लाभ सरकार दे रही है. बता दें कि अब तक ऐसे करीब 8 करोड़ परिवारों को इसका लाभ पहुंचा है.