नागपुर : गीत-संगीत जीवन के हरेक मोड पर सुख दु:ख में साथ देता है|आनंद, दु:ख, हास्य, प्रेम, देशभक्ति की भावनाओं को अभिव्यक्त करने का माध्यम गीत-संगीत सबका मनोरंजन करने के अलावा कभी-कभी अंतर्मन को सोचने के लिए बाध्य कर देते हैं|
कुछ ऐसे ही सुरीले गीतों के कार्यक्रम ‘रागा टू रॉक’ के गायकों ने दर्शकों को रिझाया| संगीत अकादमी व इवेंट कंपनी ‘रागा टू रॉक’ की ओर से ‘आलोक काटदरे लाइव इन कॉन्सर्ट’ का रविवार को शानदार आयोजन किया गया|
सिविल लाइन स्थित डॉ. वसंतराव देशपांडे सभागृह में रविवार को शाम हुए इस कार्यक्रम की थीम ‘रागा टू रॉक’ की संचालिका संगीता जगताप और रवींद्र परांजपे ने बनाई थी|
इसमें संजीव जगताप, इस्बाबूल हसन, सारंग जोशी, सोनाली दीक्षित, सुचेता पदमवार और गौरी शिंदे ने एक-से-बढ़कर एक सरस गीत प्रस्तुत किए|कार्यक्रम में दर्शक बड़ी संख्या मौजूद थे| तालियां और सीटियों की गूंज के साथ बार-बार वन्समोअर की आवाजों ने गायकों का उत्साह बढ़ाया|
कार्यक्रम की शुरु आत आलोक व सोनाली के युगल गीत ‘ मुङो नौ लखा मंगा दे रे..से की गई. इसके बाद आलोक ने, ओ मांझी रे.., रु क जाना नहीं.., सारा जमाना हसीनों का दिवाना.., बम चिक बम.., बचना ए हसीनों., मेरी उमर के नौजवानों.. आदि एक के बाद एक सुमधूर गीतों को पेश करते हुए दर्शकों का दिल जीता|
याद आ रहा है तेरा प्यार.. गाते हुए संजीव जगताप के मंच पर पहुंचते ही तालियों की गड़गड़ाहट हुई| संजीव ने सुचेता के साथ मिलकर ..तेरे चेहरे से नजर नहीं हटती..और गौरी के साथ ..जुम्मा चुम्मा दे दे. पेश कर दर्शकों को गाने की धुन पर थिरकने को मजबूर कर दिया|
रवींद्र ने.. माना हो तुम बेहद हंसी. के बाद गौरी के साथ मिलकर.. लेकर हम दिवाना दिल.. और सोनाली के साथ.. जीवन के हर मोड पर.. प्रस्तुत किया. सारंग ने सोनाली के साथ..दुनिया में लोगों को..पेश किया. इसके बाद संपूर्ण टीम ने ..ज्वाला सी जलती है. पेश कर कार्यक्रम में रंग भर दिया. इस मौके पर..प्यार हमे किस मोड पे.., मौसम है ये, मेहबूबा मेहबूबा.., यारा ओ यारा., लैला मैं लैला.., प्यार करनेवाले.., गोरी का साजन.., होली खेले रघुवीरा. और चल मेरे भाई.. आदि गीतों को प्रस्तुत कर समा बांधा. हसन के ..ओ मेरी मेहबूबा.गीत इस संगीतमय कायक्रम का का समापन किया गया|और