नागपुर : राज्य की उपराजधानी नागपुर जिसे देश में ऑरेंज सिटी के नाम से भी जाना जाता है, क्योकि विदर्भ के नागपुर, खासकर जिले में संतरे का उत्पादन होता है | नवम्बर का महीना समाप्ति की ओर है और ठंड की शुरुवात हो चुकी है ऐसे मौसम में बाजार में संतरे और मौसंबी की अच्छी आवक हो रही है |
शहर में खुले बाजार में जगह-जगह संतरा और मौसंबी नजर आने लगे हैं, वही कलमना बाजार में संतरे की बम्पर आवक है | जानकारों के अनुसार इस बार फसल भी जोरदार हुई है | कलमना मार्केट में रोज १०० टैम्पो भरकर संतरे का माल पहुंच रहा है | काटोल, कलमेश्वर, अमरावती, धापेवाड़ा, मोहपा जैसे आसपास के क्षेत्रों से संतरा आ रहा है | थोक मंडी में १८,००० से २५,००० रु. टन रेट बताए जा रहे हैं | वहीं खुले बाजार में आकार के हिसाब से संतरा २० रु. से १०० रु. दर्जन तक बिक रहा है |
विक्रेताओं के अनुसार आगे ठंड बढ़ने पर संतरे की मांग कम हो सकती है | फिलहाल मौसम के हिसाब से संतरे की डिमांड अच्छी है | नागपुर से रोज उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की तरफ भी संतरा जाता है |
संतरे के साथ ही मौसंबी की भी अच्छी फसल हुई है | इसकी भी रोज ४०-५० टैम्पो से आवक हो रही है | मौसंबी को जूस बनाने के लिए इसे काफी पसंद किया जाता है | थोक बाजार में मौसंबी १८,००० से २२,००० रु. टन जबकि खुले बाजार में ४० – ६० रु. किलो बिक रही है. विक्रेताओं के अनुसार संतरा और मौसंबी की आवक जनवरी तक बनी रहेगी |
और पढे : नागपूरात २३ ते २६ नोव्हेंबरला १०व्या ऍग्रो व्हिजन कार्यशाळेचे आयोजन