विदेशो में शुरू हुई मी टू मूवमेंट का असर भारत में भी देखा जा रहा है l मी टू अभियान महिलाओद्वारा चलाने वाला ऐसा अभियान है जहां महिलाएं अपने ऊपर हुए यौन शौषण व यौन उत्पीड़न के बारे में खुलकर सामने आ रही है l
भारत में तनुश्री दत्ता द्वारा नाना पाटेकर पर लगाए गए यौन शौषण के आरोपों के बाद कई महिलाये खुद इस मामले में खुलकर सामने आ रही है और अपने ऊपर हुए यौन उत्पीड़न के बारे में अपनी दास्तान बता रही है l
२०१५ में पर्दे पर आई हुई फिल्म ‘फैंटम’ में काम करनेवाली महिला ने कर्मचारी ने फिल्म निर्देशक विकास बहल पर पिछले वर्ष यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया l इस फिल्म में निर्देशक अनुराग कश्यप, विक्रमादित्य मोटवाने, मधु मंटेना व विकास बहल साझेदार थे l विकास बहल पर कारवाई के तहत ही उनके प्रोडक्शन हाउस को बंद कर दिया गया है l
इंडियन फिल्म एंड टेलीविज़न डायरेक्टर्स एसोसिएशन ( आईएफटीडीए ) की ओर से इस महीने की शुरुवात में डायरेक्टर निर्देशक बहल को कारण बताओ नोटिस जारी किया l इसकी प्रतिक्रिया में विकास बहल ने कहा कि जब तक उन पर लगाए आरोप सिध्द नही हो जाते उन्हें निर्दोष माना जाना चाहिए l उन्होंने कहा “मुझ पर लगाए गए सारे आरोप जूठे व बेबूनियाद है” और इस बात का खंडन बहल ने किया l
आरोप लगाने वाली महिला के बहल पर यौन शौषण के आरोप के बाद उनके साथी निर्देशक अनुराग कश्यप व विक्रमादित्य मोटवाने ने अलग – अलग बयान जारी कर बहल की आलोचना की | जिसकी प्रतिक्रिया में बहल ने कश्यप व मोटवाने के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज किया है l बहल ने आईएफटीडीए से आग्रह किया है कि उनका मामला विचारधीन है इसलिए उनके खिलाफ कारवाई न की जाए l
By – Apurva Nayak
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