नागपुर : भारतीय सेना की उत्तर महाराष्ट्र और उप गुजरात की कमांड और सेंट्रल इंडिया विंटेज ऑटोमेटिव एसोसिएशन के संयुक्त बैनर तले रविवार को शहर में विंटेज कार और बाइक प्रदर्शन का आयोजन किया गया था। जिसमे विंटेज कार और बाइक का खुमार एक बार फिर नागपुर के लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा था।
प्रदर्शनी में एक से बढ़कर एक विंटेज कार और बाइक प्रेमियों को १९४२, १९४७ और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान चलने वाली कारें देखने को मिली। का प्रदर्शनी के पहले पीटी ग्राउंड से शुरू रैली की शुरुवात की गई थी। जिसमें ४० विंटेज कारे और लगभग २० मोटर बाइक शामिल थीं।
बता दे रैली में आकर्षण का केंद्र नेत्रहीन नेविगेटर थे, जो हर कार में नेविगेटर के रूप में बैठे थें। वो ब्रेल लिपी में लिखा गया रोड मेप पढ़ाकर ड्राईवर को रास्ता दिखा रहे थे। जिसमे २५ विद्यार्थी ब्लाइंड बॉयज स्कूल से थे। रैली में शामिल इन कारों में रोल्स राॅयल, बेंटले, कैडिलाक, शेवरोलेट, आस्टिन और मोटर बाइक में चर्चित हार्ले डेविडसन, यामाहा, नार्टन के माॅडल भी थें। मेजर जनरल राजेश कुमार कुंद्रा वीएस ने फ्लेग ऑफ कर इसकी शुरुआत की थी। वहां एक मोटर बाइक ऐसी भी थी जिसने सभी का ध्यान आकर्षित किया।
पेट्रोल से चलने वाली डबल सिलेंडर १९२२ माॅडल की हार्ले डेविडसन व्यापारी राजेश गुप्ता की थी । गुप्ता परिवार चार पीढ़ियों से विरासत के रूप में इसका मेंटेनेंस कर रही है।
इस रैली में विलीज़ जीप भी मौजूद थी, जो अब भी बिल्कुल नई कार जैसी दिखती है। कार के मालिक आंनद परचोरे ने बताया कि उन्हें विंटेज कार का शौंक है और यह वीलीज़ जीप १९५७ का माॅडल है। यह एक ऐतिहासिक कार है, जो द्वितीय विश्व युद्ध में चली थी। इसलिए बेहद खास है। रैली में एक कार ऐसी भी नजर आई जिस पर देश का तिरंगा लहरा रहा था। यह जीप जगतार सिंह की विलीक्स के १९४६ के माॅडल की थी। इसमें ९५ प्रतिशत पार्टस ओरीजनल थे। इस जीप में हर धर्म समुदाय का एक-एक व्यक्ति बैठा था, जो एकता का संदेश दे रहा था।